दु:खद संध्या मित्रों..|
भारत-नेपाल में प्रकृतिक विपदा नें जन-धन
की हानि के साथ एक डर भी पैदा किया है |
ईश्वर से प्रर्थना की -उन सभी डरी/ सहमी /असहाय /जनता की- रक्षा करे ! उन्हें इस
दु:खद घड़ी से शिघ्र उबारे ...!
हे....! ईश्वर... !!
आनें वाला "पल" और "कल" मंगलमय हो...
़ !! ऊँ शान्ति ऊँ !!
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