शनिवार, 4 अप्रैल 2015

बच्चे मन के सच्चे , होते देश के भविष्य

इन्हे खुब पढ़ाना- लिखाना  है पाश्चात सभ्यता से भी बचाना है-  ये बड़े नकलची होते .....!
बच्चे मन के सच्चे........ बच्चे मन के सच्चे......!!

सुप्रभात मित्रों

आनें वाला " पल" और  "कल"  गुलजार हो.....!!!

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