शुक्रवार, 3 अप्रैल 2015

आपकी चाहत में...


चुपके से भेजा था हमनें इक गुलाब उसे .!
खुसबु ने सारे शहर में तमासा बना दिया.!!

शुभ संध्या मित्रों ......,..!

आने  वाला " पल" और  " कल"  मंगलमय हो.....!!

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