कभी इतराना // कभी इठलाना कभी मचलना//कभी मचलाना
कभी हँसना // कभी हँसाना कभी रोना// कभी रुलाना
कभी नजर से गिराना / /कभी नजर से उठाना कभी नजर से भगाना / /कभी नजर से बुलाना
कभी निशाना लगाना/ /कभी निशाना बनाना नजरों का ये नजराना बड़ा अच्छा लगता है....¢
~~~~~~> मनीष गौतम "मनु"
शुभ संध्या मित्रों आनें वाला "पल"और "कल" मंगलमय हो.
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