गुरुवार, 4 फ़रवरी 2016

घड़ी में कांटे_

समय कई जख्म देता है इसीलिए शायद फूलों की जगह घड़ी में कांटे होते हैं | मगर सच्चाई यह है कि समय के साथ चले बिना हमारा जीवन अधूरा है क्योंकि समय ही बलवान है ! गुलाब के पौधे की तरह , काटों के बीच खीले फूलों को हम खोजना सीखें और समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें | तो जीवन सफर होंगा सुहाना !
शुभ संध्या मित्रवर
आनें वाला "पल" और "कल" मंगलमय हो...

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