क्या हंसना मना है ?
क्या हंसना गुनाह है ?
हम तो हर पल हरफनमौला !
हम न जाने क्या जीना है क्या मरना है !!
"किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार जीना इसी का नाम है........!"
शुभ संध्या मित्रों-
आने वाला 'पल'और 'कल' मंगलमयी हो ..!!
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