हे.....! मेरे प्यारे मोहन… सब के मन को करे मगन ....हे मेरे प्यारे मनमोहन .......
तोसे लागी लगन , मन कहीं हो न मगन
पनघट पे चलो श्याम आज पनिया भरन
कभी फोड़ी मटकी, कभी करो ठिठौली
अब बस भी करो , हे मेरे प्यारे मनमोहन
ये मुझे रास न आये ,तेरा चुपके से मिलन
पनघट पे चलो श्याम आज पनिया भरन
हे कृष्णा ! तोसे मिलन की,मेरी मृगतृष्णा
कब होगी दुर बताओ , मेरे मन की तृष्णा
हे कृष्ण !.मेरे मन की मिटा दो सारी तृष्णा
मेरे प्यारे मोहन और न सताओ मनमोहन
पनघट पे चलो श्याम आज पनिया भरन .
!!!**!!!वृंदावन बिहारी लाल की जय!!!*!!!
~~~~~~> मनीष गौतम "मनु"
शुभ संध्या मित्रों_
आने वाला "पल" और "कल" मंगलमयी हो....
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