मंगलवार, 31 मार्च 2015

मेरा भांजा.

सुन्दर मनभावन छवि~

कृष्ण मिले न मिले मैं देखु तुममे "बाल गोपाल" तुमरी मस्कानों की शोभा , कर गई मुझको निहाल

खूब पढ़ो-आगे बड़ो हंसते गाते जिवन बिताना !मम्मी पापा का साथ निभाना हौसला उम्मिद और लगन शिलता से जीवन की हर राह जीतते जाना !

इन्ही शुभकामनाओ  के साथ असीम प्यार..
प्यार...... प्यार ..... प्यार और प्यार.....!!

आनें वाला "पल" और "कल" मंगलमय हो....

़        ~~~~~~~~> मनीष गौतम "मनु"

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