सुन्दर मनभावन छवि~
कृष्ण मिले न मिले मैं देखु तुममे "बाल गोपाल" तुमरी मस्कानों की शोभा , कर गई मुझको निहाल
खूब पढ़ो-आगे बड़ो हंसते गाते जिवन बिताना !मम्मी पापा का साथ निभाना हौसला उम्मिद और लगन शिलता से जीवन की हर राह जीतते जाना !
इन्ही शुभकामनाओ के साथ असीम प्यार..
प्यार...... प्यार ..... प्यार और प्यार.....!!
आनें वाला "पल" और "कल" मंगलमय हो....
़ ~~~~~~~~> मनीष गौतम "मनु"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें