सोमवार, 23 मार्च 2015

_/\__/\_शहीद-दिवस_/\__/\_

*हँसते-हँसते फाँसी पर झुल गये वो .! 

क्या   गजब-गजब  के  दीवाने  थे .!!

भारत-माता     की      रक्षा    करने .!
खुद को  गिरवी  कर   देने वाले थे.!!

हँसते-हँसते फाँसी पर झुल गये वो .!
क्या गजब-गजब  के  दीवाने  थे .!!

मान  बड़ाया माँ की  शान बचाया .!
स्वाधिनता के कैसे-कैसे परवानें थे !!

हँसते-हँसते फाँसी पर झुल गये वो .!
क्या   गजब-गजब  के  दीवाने  थे .!!

खटीया खड़ी कर दी थी अंग्रेज की.!
शहीदों के क्या-क्या ताने - बाने थे !!

हँसते-हँसते फाँसी पर झुल गये वो .!
क्या   गजब-गजब  के  दीवाने  थे .!!

उनकी शहादत से स्वतंत्र हुए  हम.!
वो हमें स्वाधिनता दिलानें वाले थे .!!

हँसते-हँसते फाँसी पर झुल गये वो .!
क्या   गजब-गजब  के  दीवाने  थे .!!

आज शहीदो के "शहीद-दिवस" पर .!
हम भी नमन  करने  वालों में से थे.!!

हँसते-हँसते फाँसी पर झुल गये वो .!
क्या   गजब-गजब  के  दीवाने  थे .!!

____________अमर शहीदों को कोटी-कोटी नमन

_____________________जय हिन्द °*° वन्दे मातरम्

                        ~~~~~> मनीष गौतम 'मनु'

२३/०३/२०१५

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