रविवार, 31 जनवरी 2016

_/\_/\_ईश्वर प्रेम_/\_/\_
सच कहे मित्रों ईश्वर प्रेम का भूखा है | आस्था के विभिन्न तरिके हो सकते  हैं | मैं समझता हूँ हमारे पड़ोसी, हमारे परिचित , हमारा परिवार भूखा व किसी परेशानी में हो । इनसे दु:ख-सुख में । सामाजिक प्रेम और व्यौहार  करना  ही  ईश्वरीय पूजा है ॥
जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम जय जय श्रीराम
सुप्रभात मित्रों ..
आने वाला " पल" और "कल" मंगलमयी हो .....|

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