न अफसर न उनकी अफसरशाही
न नौकर न नौकरों की नौकरशाही
न पुलिस का डंडा न कोई हतकंडा
अमीर हो गरीब हो या कोई फकीर
राजा हो रंक हो या कोई भिखारी
जमाने के हर जमात पर-
नाई का थप्पड़ भारी ॥
फिर क्यों अकड़ते हो क्यों भड़कते हो ?
पानीदार को पानी मार- मार कर
जोर का झटका धीरे से लगा कर
नाई ने पानीदार की सारी अकड़ उतारी
इसीलिए नाई का थप्पड़ सब पर भारी ॥
~~~~~~> मनीष गौतम "मनु"
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