शुक्रवार, 24 अक्तूबर 2014

!*!*!*!*प्यारी बहना*!*!*!*!

!*!!*संस्कृति संस्कार बचाना बहना*!!*!
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क्या कहना......

मैना सी सुन्दर है बहना...बहना से कहना..

गालों पर काजल लगाये बहना....!

वर्ना किसी दिन नजर न लग जाये बहना ..!

जब भी घर से निकलना बहना....!

पूरी सावधानी बरतना बहना....!

जँगली भेड़िये से मुझे भी डर नहीं बहना..!

पर इन्सानी भेड़िये से बचना बहना...!

दिन हो या रात किसी भी पहर बहना...

साथ में हथियार जरुर रखना बहना....!

जब भी घर से निकलना बहना....!

लालमिर्च पावडर लेना मत भुलना बहना....!

नारी को नखशिखा कहते है, बहना..!

अपने रुप को बचा के रखना बहना. .!

तुम "अबला नहीं सबला" हो बहना..!

अब तुम हर मुश्किल में बहना..!

दुर्गा-काली बन जाना बहना..!

तुम रिश्तों की धूरी कहलाती बहना.....!

संस्कृति -संस्कार बचाना  बहना. ..!

क्या कहना, मैना सी सुन्दर  है बहना..!!
    
           ~~~~~>> मनीष गौतम ' मनु'
२४/१०/२०१४

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